अच्छी आदतें जीवन को दिशा देती है, अगर आदते अच्छी होगी तो जीवन की दिशा सही होगी और जीवन विकासशील होगा। जितने भी महान लोग हुए हैं उनके बीच आपको एक बात सामान्य मिलेगी कि उनकी एक खास तरह की आदत हमेशा उनके साथ रही है।
आदतों से ही जीवन में अनुशासन आता है और आदतों की कमी के कारण ही व्यक्ति का स्वास्थ्य ख़राब होता चला जाता है और व्यक्ति फिर किसी भी चीज़ को करने में असमर्थ हो जाता है। अगर शरीर ही ठीक नही रहेगा तो बाकी चीजें किस काम की होगी।
हाल के समय आपने देखा होगा कि जिन लोगो की उम्र 35 वर्ष से ऊपर है उन्हें हृदय की बीमारी तेजी से हो रही है। कई बार अवसर ही नहीं होता और सामने वाले को हार्ट अटैक आ जाता है। कुछ सालों में एंजियोप्लास्टी की संख्या में भी बड़ा इजाफ़ा हुआ है। इससे साफ कहा जा सकता है कि हृदय रोग की बीमारी तेजी से बढ़ती जा रही है।
इसलिए शरीर को मजबूत, स्वस्थ और जागरूक रखना बड़ा महत्पूर्ण हो गया है।
यहाँ बताई जा रही आदतें ऐसी नहीं है जिसके लिए आपको विशेष तौर पर किसी चीज की आवश्यकता हो। हर व्यक्ति इन्हें पालन कर सकता है। फिर चाहे वह एक विद्यार्थी हो, कोई नौकरी पर जाने वाला व्यक्ति हो या कोई व्यापारी।
इन आदतों को पालन करने में आपका स्वास्थ्य ठीक होगा, आपकी मानसिक और शारीरिक ऊर्जा बड़ेगी, आपके अंदर अनुशासन आएगा और आत्म संयम की एक शक्ति आपके भीतर विकसित होगी।
चलिए इन खास आदतों को देखते है।
1. भूख से थोड़ा कम खाना
इसका मतलब यह नहीं है कि आपको भूखा रहना चाहिए। भोजन से ही पूरा शरीर काम करता है मगर किसी भी चीज को जरूरत से ज्यादा करना नुकसान दायक होता है। भोजन के साथ भी ऐसा ही है। ठीक मात्रा में खाया तो लाभ और जरूरत से ज्यादा मात्रा में खाया तो ज़हर।
ज्यादा खाने से बचेंगे तो पेट का हाजमा भी बढ़िया रहेगा और मन नही मचलेगा। मगर इसके साथ यह भी ध्यान रखिये की जितनी भूख है उससे थोड़ा कम खाये। बस पेट में थोड़ी सी जगह खाली रहने दें। अपनी भोजन करने की दिनचर्या के साथ इस बात पर भी ध्यान दे कि खाली पेट रहने से आपको हल्का और बढ़िया लगता है। थोड़ा कम खाने से भोजन अच्छे से पचेगा जिससे आप ऊर्जावान महसूस करेंगे और आपके पेट का स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।
2. पैदल चलना
आपने देखा होगा कि लोग सुबह जल्दी उठकर या फिर शाम को टहलने जाते है। इनमे से ज्यादातर लोग 50 वर्ष से अधिक आयु के होते है और अपने ख़राब स्वास्थ और डॉक्टर की सलाह पर घूमने निकलते है। कोई बीमारी आये उससे पहले ही आप इस आदत को अपना लेंगे तो बीमारी कभी लगेगी ही नही।
टहलना एक कम मेहनत वाली आदत है जिसे ज्यादातर लोग नजरअंदाज कर देते हैं। यह सेहत के साथ-साथ दिमाग के लिए भी अच्छा है। चलते समय आपको बेहतरीन विचार आते है। आप अपने आस-पास की दुनिया का अवलोकन कर सकेंगे और शांति का एक नया अनुभव कर पाएंगे।
3. सुबह लहसुन का एक टुकड़ा
आपके घर का कोई बुजुर्ग गांव में रहा होगा तो उनसे पूछिएगा, वह एक खास आदत जरूर बताएंगे कि ग्रामीण इलाकों में लोगों की आदत होती है कि सुबह खाली पेट लहसुन की एक फाक खाते हैं और उसके बाद थोड़ा गुनगुना पानी पीते हैं।
सुनने में यह आदत आपको कुछ ख़ास न लगे मगर खाली पेट लहसुन की एक फाक को खाकर पानी पीने का अलग महत्व है।
खाली पेट लहसुन खाने से इम्यूनिटी स्ट्रॉन्ग होती है, पाचन तंत्र मजबूत बनता है, ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है और कोलेस्ट्रॉल काम होता है जिससे वजन घटाने में भी मदद मिलती है। सुबह पेट साफ करने के बाद एक फाक लहसुन खाइये और फिर कमाल देखिये।
4. स्ट्रीट फूड से बचें
भारत के स्ट्रीट फूड की इतनी पहुंच हो चुकी है कि पश्चिम के गई देश के क्रिएटर भारत के street food को लेकर मीम बना रहे हैं। कारण यह है कि पिछले कुछ वर्षों में लगातार स्ट्रीट फूड बदनाम होता आया है। भारत के किसी भी स्ट्रीट फूड वेंडर के पास आप जाइए, 80% स्ट्रीट फूड बेचने वालों के यहां आपको सफाई का नामोनिशान नहीं मिलेगा।
एक शोध हुआ था जिसमें पानी पुरी बेचने वालों के पानी की जांच की गई थी, उस पानी के अंदर कुछ कीटाणु मिले थे जो मल में होते हैं अब यह कीटाणु गुपचुप के पानी मे कहां से आए इसका पता तो स्ट्रीट फूड बेचने वाले को भी नहीं था मगर भारत में स्ट्रीट फूड और होटलों की हालत ऐसी ही है। कभी समोसे में खराब आलू निकलते हैं तो कभी पानी पुरी का पानी बैक्टीरिया वाला होता है।
देश मे ऐसे मसलो के लिए सरकारी विभाग है मगर उनके अधिकारियों रिश्वतखोरी के चलते कोई खास क़दम नही उठाते और सेहत के साथ लगातार खिलवाड़ होता रहता है। इसलिए बड़ा महत्वपूर्ण है कि बाहर के खराब खाने से बचे और अपने स्वास्थ्य को बचाएं।
5. अच्छा पानी पीना
हमारे शरीर के अंदर 70% से अधिक मात्रा में जल होता है। साफ जल स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है पर वही अगर आप खराब पानी पीते हैं तो यह उससे कई ज्यादा नुकसानदायक है। खराब दिख रहे पानी को तो आपको पीने के बारे में सोचना भी नही चाहिए मगर कई बार साफ़ दिखने वाला पानी भी खराब होता है और आप उसे पी लेते हैं।
खराब पानी का सेवन आपके पेट के पाचन तंत्र के साथ आपके पूरे स्वास्थ्य को बहुत हानि पहुंचाता हैं इसलिए संभव हो तो घर का साफ पानी जो साफ तरीके से फिल्टर हुआ हो उसे पिए।
अगर आप कहीं बाहर जा रहे हैं तो अपने साथ एक बोतल रखें या बाजार से लेने की जरूरत पड़ती है तो ध्यान से ओरिजिनल मिनरल बोतल ही खरीदे।
6. ध्यान और जप
शारीरिक स्वास्थ्य को आप अलग-अलग तरीके से मजबूत कर लेंगे पर क्या होगा अगर आपका मानसिक स्वास्थ्य ठीक ना हो। अगर मानसिक स्वास्थ्य ठीक नहीं होगा तो मजबूत से मजबूत शरीर भी एक खंडर इमारत की तरह हो जाएगा।
अपने मासिक स्वास्थ्य को ठीक रखना बहुत जरूरी है तभी जाकर आपका शारीरिक स्वास्थ्य भी बढ़िया रहेगा। इसके कुछ बड़े साधारण से तरीके हैं।
ध्यान वही तरीका है। जिन लोगों को ध्यान करने में समस्या होती है वह किसी तरह का जप का सहारा ले सकता है। मगर इसका नियम अनुसार पालन का जरूरी है। ध्यान और जप से आपके अंदर धैर्य, बुद्धि, विवेक एवं मानसिक बल का तेजी से विकास होता है। इसलिए जब भी संभव हो तो ध्यान या जप अवश्य करें।
7. चीनी कम करें
रिफाइंड शुगर या चीनी बहुत बारीक से देखने वाली वह चीज है जिसके लिए हमारी जीभ बहुत ललचाती है। आप मे से कुछ लोग सोच रहे होंगे कि आप चीनी का ज़्यादा सेवन नही करते। आप बस दिन में एक या दो बार चाय पीते हैं पर चीनी वहां तक सीमित नहीं है। कोल्ड ड्रिंक, होटल की चाय, चॉकलेट और अन्य डेरी प्रोडक्ट का जब आप सेवन करते हैं तो आप चीनी की भारी मात्रा को अपने पेट में डाल रहे होते हैं।
चीनी की भारी मात्रा आपके जीवन के लिए बड़ी नुकसानदायक साबित होती है। यह चीनी न सिर्फ आपको मोटा करती है बल्कि आपको सुस्त बना देती है और यह आपके पूरे जीवन के लिए एक जहर का काम करती है। चीनी को लिमिटेड अमाउंट में ही ले, जितना कम हो सकता है उतना कम करें।
आपकी बॉडी को सारे तत्वों की जरूरत है इसलिए सारी चीजों का सेवन करें मगर मात्रा का बड़ा ध्यान रखें क्योंकि चीनी, तेल जैसी चीज आपके शरीर के लिए बहुत ज्यादा नुकसानदायक है।
आज से बाहर की जो भी चीज आप खाते हैं उसका लेवल पढ़े। देखिए कि उसमें चीनी की मात्रा कितनी है। जब आप हिसाब लगाएंगे तो आप पाएंगे कि आप स्वाद के नाम पर कोई खास चीज नहीं बल्कि शक्कर को अपने शरीर के अंदर डाल रहे हैं।
8. पैकेज वस्तुओं से बचें
बाजार में पैक फूड आइटम की भरमार है। घर के बच्चे तो इन्हें देखकर ललचाते ही हैं मगर कई बार बड़े भी स्वाद का मजा लेने की इच्छा से इन पैक फुट आइटम को खाना शुरू कर देते हैं। बाहर का यह पैक फुट आइटम न जाने कितने दिनों से बना रखा होता है।
हमारे आयुर्वेद की माने तो भोजन को पकाने के बाद इसे 3 घंटे के अंदर खा लेना चाहिए मगर आज की जो परिस्थितियां है उसमें ऐसा कर पाना बड़ा मुश्किल है और जिस माहौल में हम रहते हैं उसमें इन पन्निबंध खाने के समान को नजरअंदाज करना भी मुश्किल है।
कोशिश करें कि इन पंनिबंध खाने पीने की वस्तुओं से आप जितना हो सकता है उतना बचे। इसका एक साधारण सा उपाय यह है कि जब भी घर से बाहर निकले तो खाना खाकर जाएं आपका पेट भरा होगा तो बाहर की वस्तुओं पर आप ध्यान नहीं देंगे और अगर लंबा सफर कर रहे हैं तो अपने साथ घर से टिफ़िन लेकर जाए अगर ऐसा करना संभव नहीं है तो इन पैक फूड को थोड़ा कम कर बाजार से फल खरीदे और फल का सेवन करें वह ज्यादा लाभदायक होगा।
9. पर्याप्त नींद
नींद एक ऐसी चीज है जिसे आज के स्मार्टफोन के युग में बहुत ज्यादा नज़रअंदाज किया जा रहा है। जरा अपने आसपास के लोगों से कभी पूछिएगा कि उनके सोने का समय क्या है, जो लोग शाम के 6-7:00 बजे घर आ जाते हैं वह भी रात के 12 से 1 बजे के आसपास ही सोते हैं।
12 और 1 बजे के आसपास सोने वाले लोग क्या करते हैं। इनमें से ज्यादातर लोग वो होते हैं जो मोबाइल, लैपटॉप या टीवी में किसी कार्यक्रम को देखते है या पिक्चर और वेब सीरीज देखते हैं। फिर यह देरी से सोते हैं और अगले दिन काम होता है तो जल्दी उठ जाते हैं। इस वजह से नींद का जितना कोटा शरीर को चाहिए होता है वह पूरा नहीं हो पता। शरीर को अगर अच्छी नींद नहीं मिलेगी तो शरीर खुद को रिपेयर नहीं कर पाएगा।
जिस तरीके से आप अपने फोन को कुछ समय के लिए स्विच ऑफ कर देते हैं और फिर ऑन करते हैं तो फोन पूरी तरीके से फ्रेश हो जाता है। हमारे शरीर के साथ भी ऐसा ही है। अपने सोने के समय और अवधि को सुधारे और देखें आपके शरीर को कितने घंटे की नींद की आवश्यकता है। उस अनुसार नींद लेना प्रारंभ करें बेहतर नींद, बेहतर आराम, अगले दिन बेहतर काम।
इन बताए गए तरीकों में किसी भी तरह के खास जिम की कोई आवश्यकता नहीं है। ना ही आपको किसी ख़ास डाइट की जरूरत है। यह साधारण से छोटे-छोटे बदलाव आपके जीवन को और आपके शरीर को बहुत स्वस्थ बना सकते हैं। तो देरी किस बात की, आज से ही इन आदतों को अपनाना शुरू करे और बेहतर जीवन की ओर बढ़े।
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