हिंदू लड़की के मुस्लिम प्रेमी ने ली पिता की जानपुलिस हिरासत में हत्या के आरोपी।

हिंदू लड़की के मुस्लिम प्रेमी ने ली पिता की जान

लगातार लड़कियों को समझाइए दी जाती है कि वह बाहरी किसी आदमी के जाल में न फंसे मगर तब भी यह देखा जा रहा है कि हिंदू लड़कियों को बेवकूफ बनाकर कुछ आसामाजिक तत्व उनका धर्म परिवर्तन करते हैं और उनकी जिंदगी बर्बाद कर देते हैं।

फिर जब लड़कियों को अपनी गलती का एहसास होता है तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। फिर ना उनके पास खुद को बचाने का मौका मिलता है और ना ही उनके पास कोई दूसरा रास्ता होता है। कई बार लड़कियों की गलती की सजा पूरे परिवार को भुगतनी नहीं पड़ती है।

पटना में लव जिहाद जैसा मामला

मामला बिहार की राजधानी पटना का है जहां 13 जुलाई को एक वकील जितेंद्र मेहतो को कुछ लोगों ने दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी। जितेंद्र दोपहर में अपने घर से चाय पीने निकले थे चाय पी के लौटते वक्त हमलावरों ने उन्हें दिनदहाड़े तीन गोली मारकर जख्मी कर दिया था। जिसके बाद अस्पताल में उनकी इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। पुलिस ने जब तहकीकात कर मामले का खुलासा किया तो सभी के होश उड़ गए।

बेटी के प्रेमी ने की हत्या

पुलिस की जांच में पता चला कि जितेंद्र महतो की हत्या और किसी ने नहीं बल्कि उनकी बड़ी बेटी की प्रेमी सोनू उर्फ मोहम्मद शोएब ने की है।

दरअसल जितेंद्र की बेटी से कुछ वर्ष पहले सोनू उर्फ मोहम्मद शोएब एक हिंदू लड़के के रूप में मिला था। उसके बाद दोनों का प्रेम संबंध स्थापित हो गया।

साल 2022 में सोनू उर्फ मोहम्मद शोएब और जितेंद्र की बेटी ने कोर्ट मैरिज कर ली। शादी के बाद जितेंद्र की बेटी को पता चला कि जिस सोनू से उसने शादी की है वह मुस्लिम है और पहले से ही शादीशुदा है और दो बच्चों का बाप है। इस बात का पता चलने के बाद जितेंद्र की बेटी के पैरों तले जमीन खिसक गई मगर वह इस रिश्ते में काफी आगे आ गई थी।

कोर्ट मैरिज के बाद जितेंद्र की बेटी सोनू उर्फ मोहम्मद शोएब के साथ कई दिनों तक रही थी जिसके बाद जितेंद्र और उनके परिवार ने दबाव बनाकर अपनी बेटी को वापस घर बुला लिया था।

दो बच्चों का बाप मोहम्मद शोएब अपनी पहली पत्नी और बच्चों के साथ-साथ जितेंद्र की बेटी को भी अपनी बेगम बना के रखना चाहता था और उसे यह बात बिल्कुल पसंद नहीं आ रही थी की जितेंद्र की बेटी वापस घर चली गई है।

मोहम्मद शोएब जितेंद्र महतो को अपना दुश्मन मान बैठा था।

मोहम्मद शोएब ने बहुत कोशिश की कि वह जितेंद्र की बेटी को अपने पास वापस बुला ले मगर वह लगातार असफल हो रहा था क्योंकि जितेंद्र महतो हिम्मत से खड़े होकर अपनी बेटी की जिंदगी को बचाने का प्रयास कर रहे थे और यह बात शोएब को पसंद नहीं आ रही थी।

मोहम्मद शोएब ने हत्या के 3 दिन पहले इस पूरी साजिश की प्लानिंग कर दो शूटर को काम की जिम्मेदारी दी थी। शूटर में से एक का नाम कल्लू और दूसरे का मोहम्मद अली बताया जा रहा है।

शूटर ने पहले जितेंद्र महतो की दिनचर्या की रेकी की उसके बाद मौका पाते उन्हें दिनदहाड़े भरी सड़क में तीन गोली मार दी। इस पूरी घटना से न सिर्फ जितेंद्र महतो का परिवार सकते में है मगर पूरा पटना सहम गया है।

दिनदहाड़े होती ऐसी भीषण घटना पुरी पुलिस व्यवस्था एवं सुरक्षा व्यवस्था पर बहुत बड़ा सवाल खड़ा करती है। अपराधियों के अंदर कानून का कुछ भी भय नहीं है।

मोहम्मद शोएब ने जिन शूटर को इस काम के लिए चुना था उन्हें मात्र ₹10000 दिए थे और बाकी के पैसे काम होने के बाद देने को कहा था।

इतने चंद रुपयों के लिए गुंडे और ऐसे सुपारी किलर किसी की भी हत्या करने को उतर जाते हैं।

सवाल यही खड़ा होता है कि पुलिस क्या कर रही होती है और ऐसे अपराधी पुलिस से क्यों नही डरते। इन सुपारी किलर के ऊपर पहले से कई मामले होते हैं मगर यह आजादी से सीना चौड़ा कर आम साधारण लोगों के बीच में घूमते रहते हैं। इस हत्या में शामिल इन भाड़े के टट्टुओं का यह ना पहला मामला होगा और ना आखरी।

यह कुछ दिन जेल में रहेंगे फिर इन्हें जमानत मिल जाएगी।

24 घंटे में पुलिस ने सुलझाया मामला

पुलिस ने पूरे मामलों को 24 घंटे के अंदर सुलझा लिया और 48 घंटे के अंदर हत्या में शामिल सभी आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या में जितेंद्र महतो की बेटी का हाथ नहीं बताया जा रहा है।

पुलिस ने आरोपियों के पास से पांच जिंदा कारतूस, एक पिस्टल समेत दो मैगजीन और एक मोटरसाइकिल बरामद की है। इस मोटरसाइकिल को हत्या के लिए चुराया गया था।

ऐसी घटनाएं सच्चाई दिखाती हैं हमारे इस पूरे सिस्टम की जहां पर आम आदमी सुरक्षित नहीं है।

दिनदहाड़े ऐसे मुजरिम, गुनाहगार खुलेआम सड़क में घूम कर किसी की भी हत्या कर दे रहे हैं।

कुछ लोगो का मानना है कि यह मामला लव जिहाद से भी जुड़ा हुआ है। जहां पर शोएब जितेंद्र महतो की बेटी का धर्म परिवर्तन करना चाहता था और वह इसमें कामयाब नहीं हो पा रहा था। वह जितेंद्र महती को इसकी सबसे बड़ी वजह मानता था इसलिए उसकी हत्या कर दी।

पुलिस मामले की और गहराई से जाँच कर रही है कि क्या इसमें और भी लोग शामिल है।

क्या यह लव जिहाद का कोई बड़ा मामला है या बस एक साधारण सी हत्या है?

By Mayank Dubey

मयंक एक बहुआयामी लेखक, विचारशील कंटेंट क्रिएटर और युवा विचारक हैं एवं "मन की कलम" नामक हिंदी कविता संग्रह के प्रकाशित लेखक हैं। वे धर्म, भारतीय संस्कृति, भू-राजनीति और अध्यात्म जैसे विषयों में भी लिखते है। अपने यूट्यूब चैनल और डिजिटल माध्यमों के ज़रिए वे समय-समय पर समाज, सनातन संस्कृति और आत्मविकास से जुड़े विचार प्रस्तुत करते हैं।

One thought on “हिंदू लड़की के मुस्लिम प्रेमी ने ली पिता की जान।”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *