पुरुषों की 20 आदतें।

आदतें जीवन की नींव होती है। अगर नीव अच्छी होगी तो जीवन की इमारत भी मजबूत बनेगी।

यह चीजे एक पुरुष के लिए और भी महत्वपूर्ण हो जाती है क्योंकि एक पुरुष का कर्तव्य है कि वो अपने परिवार की रक्षा कर उनकी देखभाल अच्छे से करे। आप जीवन के किसी भी पड़ाव पर क्यों न हो, अगर इन बातों का ध्यान कर उनपर काम करना शुरू करेंगे तो यह आपको सफलता की सीढ़ी में ऊपर लेकर जाएंगी।

यह 20 आदतें इस प्रकार है।

1. सक्रियता को प्राथमिकता देते हैं – सक्रिय रहने से सुस्ती नही आती और कार्यशीलता बनी रहती है। सक्रिय रहने से आलास से व्यक्ति दूर रहता है।

2. वे ज़्यादा सोच-विचार या रिसर्च में समय नहीं गंवाते, बल्कि तुरंत एक्शन लेते हैं। – कुछ लोगो का ज्यादातर समय सिर्फ़ प्लानिंग करने में ही बर्बाद हो जाता है। यह एक तरह का मनोवैज्ञानिक जाल है जहाँ आप लगातार काम को ही इस बात पर टालते रहते है कि एक अच्छी प्लानिंग और अच्छे समय पर काम को करेंगे। जिस वजह से काम कभी हो ही नही पाता।

3. मिल रही प्रतिक्रिया से सीखते हैं और अपने अनुभवों से आगे बढ़ते हैं। – समझदार पुरुष वही है जो अपने अनुभवों से सीखकर आगे बढ़ते है। इससे वो एक गलती को दोबारा दोहराने से बचते है। इसलिए जीवन मे जो भी प्रतिक्रियाएं मिल रही है और जो अनुभव प्राप्त हो रहा है उसे उपयोग कर आगे बढ़े।

4. प्रगति,परफेक्शन से ज्यादा महत्वपूर्ण है। – आपकी प्रगति ही किसी भी बाहरी परफेक्शन से ज़्यादा महत्पूर्ण है। कोशिश करे कि आप लगातार आगे बढ़कर प्रगति करते रहे। यह जरूरी नही कि आपके द्वारा की गई चीजे हमेशा परफेक्ट हो, इनमे कुछ समस्याएं हो सकती है पर तब भी प्रगति ज्यादा जरूरी है।

5. कम-मूल्य वाली चीज़ों को बेझिझक दूर करते हैं – इसका मतलब किसी वस्तु से नही है। कम मूल्य वाले व्यक्ति, काम और हर वो चीज जो आपको उल्टा नीचे ले जाती है उन्हें दूर करना जरूरी है। क्योंकि आपकी ऊर्जा सीमित है अगर उसे आप बेमतलब की चीजो में बर्बाद करेंगे तो जरूरी चीजों के लिए ऊर्जा नही बचेगी।

6. समय की रक्षा करते हैं, फ़ालतू चीज़ों या लोगों में समय नहीं गंवाते। – अपने जीवन मे ध्यान से देखिए कि वो कौन से लोग और काम है जिनमे आप का बहुत समय बर्बाद होता है और उनसे आपको किसी भी तरह का (आर्थिक, सामाजिक, मानसिक या भावनात्मक) लाभ प्राप्त नही हो रहा। ऐसे लोगो और चीज़ो को खुदसे अलग करें।

7. ध्यान भंग करने वाली चीज़ों और आदतों से दूर रहते हैं। – फ़ोन, मनोरंजन और दोस्तों के साथ समय काटना, यह सारी वो चीजे है जो आपको नीचे, बहुत नीचे गिराती है। ऐसी चीजें फोकस ख़त्म कर देती है जिससे किसी भी काम को लंबे समय तक करने के बजाय व्यक्ति को इन्ही चीज़ो को करने की इच्छा होती है। जितना जल्दी इसे समझा जाये उतना बेहतर होगा।

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8. केवल वही चीज़ें/लोग साथ रखते हैं, जो उनके मिशन के लिए उपयोगी हों। – किसी व्यक्ति की तरक्की, विकास इस बात पर भी निर्भर जरत है कि वो किन लोगों के बीच रहता है। उन लोगो की पहचान करो जो तुम्हारे उद्देश्य में एक अहम भूमिका निभा सकते है।

9. कौशल सीखने को महत्व देते हैं, केवल जानकारी नहीं – किसी भी तरह की जानकारी आपके फ़ोन के कारण अब हाथों में मौजूद है। किसी भी जानकारी को रट लेने से तब तक कोई फ़ायदा नही है जबतक उसका आप सही जगह उपयोग न कर ले। इसलिए जानकारी से ज्यादा महत्वपूर्ण कौशल (Skill) है जो काम आती है।

10. ज़्यादा जानना नहीं, बल्कि ज़्यादा कर पाना उनका फोकस रहता है। – जानने से कोई लाभ प्राप्त नही होता, करने से होता है। सफल पुरुष इस बात को समझते है इसलिए वो किसी चीज़ को जानने से ज़्यादा बेहतर करने को समझते है।

11. नई स्किल्स जैसे सेल्स, लीडरशिप, नेगोसिएशन आदि में निवेश करते हैं। – सेल्स मतलब किसी भी चीज को बेचने की कला। लीडरशिप मतलब अन्य लोगो को साथ रखकर उन्हें उनकी पूरी क्षमता तक पहुचाना और मोल-भाव की कला का अर्थ है कि किसी व्यक्ति को अपने हिसाब से मैनिपुलेट कर फ़ायदे का सौदा करना।

12. ऐसा माहौल बनाते हैं जो उन्हें आगे बढ़ने के लिए मजबूर करता है – बबूल का पेड़ लगाकर आम के फलों की उम्मीद करना मूर्खता है। जैसा लक्ष्य प्राप्त करना है वैसा ही आपको माहौल बनाना पड़ेगा। ताकि वो माहौल आपको लगातार अपने लक्ष्य के प्रति आपको सचेत रखे।

13. मोटिवेशन पर निर्भर नहीं रहते, बल्कि ऐसा वातावरण बनाते हैं जहाँ ग्रोथ स्वाभाविक हो। – मोटिवेशन शुरुआत करने के लिये ठीक है मगर सिर्फ मोटिवेशन पर निर्भर नही किया जा सकता क्योंकि यह कुछ समय बाद यह धुन्दला पड़ जाता है। आगे बढ़ते रहने के लिए मोटिवेशन नही एक ऐसा वातावरण रहना चाहिए जिसमें आप लगातार काम और अपने उद्देश्य के लिए काम कर सके। इस बात को ध्यान रखते हुए कुछ लोग खुद को बेहतर लोगों के साथ रखते हैं और उच्च मानक सेट करते हैं।

14. ज़रूरत पड़े तो शहर, दोस्त या माहौल बदल देते हैं। – श्रीकृष्ण ने भी अपने उद्देश्य के लिए उनके सभी मित्रों, ग्रामवासियों, परिवार समेत उन सभी चीजो को छोड़ दिया था जो उन्हें बहुत प्रिय थी। जीवन में कुछ चीजे ऐसी होती है जो आप नहीं करना चाहते मगर कोशिश करे कि वो चीजें करे जो समय और परिस्थितियों के अनुसार जरूरी है।

15. तत्काल संतुष्टि में देरी करके आनंद लेते हैं – शॉर्ट-टर्म खुशी या आराम के बजाय लॉन्ग-टर्म सफलता को चुनना सही विकल्प है। कुछ समय के आनंद के चक्कर मे व्यक्ति मोबाइल में रील्स और कामवासनाओं जैसी चीजो में फस जाता है। छोटी खुशियों को टालकर बड़ी उपलब्धियों के लिए मेहनत करते रहने से आप अपनी उच्च क्षमताओं तक पहुचते है और अच्छे परिणाम आते हैं।

16. लोकप्रियता से ज़्यादा उद्देश्य को चुनते हैं। – ऐसे लोग दूसरों को खुश करने में समय नहीं गंवाते, बल्कि सच्चाई और अपने मिशन से जुड़े रहते हैं। सम्मान पाना ज़्यादा बेहतर हैं, न कि सिर्फ़ पसंद किए जाना।

17. हर क्षेत्र की जिम्मेदारी खुद उठाते हैं – किसी दूसरे के ऊपर दोषारोपण करने से या बहानेबाज़ी करना स्वयं के लिए एक बहुत बड़ा धोखा है। आपकी हेल्थ, फाइनेंस, रिश्ते, मानसिकता—सब कुछ अपनी ज़िम्मेदारी हैं इसके लिए आप खुद जिम्मेदार है। जब तुम जिम्मेदारी लोगे तो जो गलत हो रहा है उसे खुद सुधारने का प्रयास करोगें।

18. हर कुछ साल में खुद को फिर से पहचानते/रिन्वेन्ट करते हैं – सफल पुरुष पुरानी पहचान में फंसते नहीं हैं, समय-समय पर खुद को विकसित करते हैं क्योंकि उन्हें मालूम होता है दुनिया हर कुछ सालों में पुरी तरह से बदल जाती है। समय के साथ खुदको अपडेट करना जरूरी हो जाता है। करियर, ब्रांड या सोच में बदलाव से नहीं डरना चाहिए।

19. दर्द और तकलीफ को प्रक्रिया का हिस्सा मानते हैं – सफल पुरुष, सफल ही इसलिए होते है क्योंकि वो मुश्किलों से घबराते नहीं, बल्कि उन्हें स्वीकारते हैं और रिस्क लेते हैं, असुरक्षा और रिजेक्शन का सामना करते हैं। इस तरह खुद को मजबूत बनाने पर ध्यान देते हैं।

20. सफल होने के बाद भी सतर्क और तैयार रहते हैं – ऐसा नही है कि एक बार अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के बाद लंबे आराम करने लग जाना चाहिए। आराम को अपना दुश्मन मानते हुए काम पर ध्यान देना चाहिए। ऐसे लोग फुर्तीले होते है और हमेशा खुद को ट्रेन करते रहते हैं और नए खेल की तलाश में रहते हैं। अपनी फायर/जुनून बरकरार रखते हैं, ताकि वे हर हाल में जीत सकें।

यह कुछ आदतें है जो सफल व्यक्तियों के भीतर होती है। इनमे ऐसा कुछ नहीं है जिसे अपने जीवन में अपनाने के लिए आपको कुछ ख़ास करना पड़े । इन आदतों को अपने जीवन का हिस्सा बनाने के लिए बस आपको मात्र दृढ़ निश्चय, सही दिशा और मार्गदर्शन की जरूरत है।

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By Mayank Dubey

मयंक एक बहुआयामी लेखक, विचारशील कंटेंट क्रिएटर और युवा विचारक हैं एवं "मन की कलम" नामक हिंदी कविता संग्रह के प्रकाशित लेखक हैं। वे धर्म, भारतीय संस्कृति, भू-राजनीति और अध्यात्म जैसे विषयों में भी लिखते है। अपने यूट्यूब चैनल और डिजिटल माध्यमों के ज़रिए वे समय-समय पर समाज, सनातन संस्कृति और आत्मविकास से जुड़े विचार प्रस्तुत करते हैं।

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