उफा (रूस) / अलवर (राजस्थान): रूस के उफा शहर स्थित Bashkir State Medical University में पढ़ रहे 22 वर्षीय भारतीय MBBS छात्र अजीत चौधरी का शव विश्वविद्यालय परिसर से कुछ किलोमीटर दूर एक बांध में मिला। अजीत पिछले 19 दिनों से लापता थे। गुरुवार दोपहर उनके परिवार को यह दर्दनाक खबर मिली, जिससे पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई।
19 दिन की बेचैनी के बाद मिली दुखद खबर
अलवर जिले के कफनवाड़ा गांव निवासी अजीत 19 अक्टूबर से गायब थे। बताया गया कि उन्हें आखिरी बार उसी दिन कैंपस के आसपास देखा गया था। अगले दिन उनके कपड़े व्हाइट रिवर (White River) के किनारे मिले, जिससे यह संदेह हुआ कि वे तेज बहाव में बह गए होंगे। हाल ही में हुई बरसात से नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया था।
गुरुवार को स्थानीय पुलिस और भारतीय दूतावास की सहायता से जारी तलाशी अभियान के दौरान एक बांध के पास शव मिला। Bashkir University के कुछ भारतीय छात्रों ने शव की पहचान की और परिवार को सूचित किया।
परिवार की उम्मीदें टूटीं
अजीत चौधरी, रूप सिंह चौधरी के पुत्र थे और मेडिकल की तीसरे वर्ष की पढ़ाई कर रहे थे। परिवार ने उनके विदेश में मेडिकल की पढ़ाई का खर्च उठाने के लिए अपनी 20 बीघा जमीन में से 3 बीघा जमीन बेच दी थी। उनका सपना था कि बेटा डॉक्टर बने और परिवार का नाम रोशन करे। लेकिन अब अजीत की असमय मौत ने पूरे परिवार को तोड़ दिया है।
गांव में हर कोई स्तब्ध है। पिता रूप सिंह ने कहा, “हमने अपने बेटे के सपनों पर सब कुछ दांव पर लगा दिया था, लेकिन अब सब खत्म हो गया।”
भारत सरकार और दूतावास ने दिखाई सक्रियता
अलवर सरस डेयरी के चेयरमैन नितिन सांगवान ने बताया कि वे खुद अजीत के परिजनों के साथ नई दिल्ली के विदेश मंत्रालय (MEA) गए थे। विदेश राज्य मंत्री किरति वर्धन सिंह ने व्यक्तिगत रूप से इस मामले में दखल दिया, जिसके बाद रूस में तलाशी अभियान तेज किया गया।
सांगवान ने बताया कि, “अजीत का शव रूस में मेडिकल बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम के बाद भारत भेजा जाएगा। इसमें लगभग दो दिन का समय लगेगा। इसके बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए अलवर लाया जाएगा।”
पोस्टमार्टम और जांच प्रक्रिया
रूसी अधिकारियों ने बताया है कि शव का पोस्टमार्टम उफा के सरकारी अस्पताल में मेडिकल बोर्ड की देखरेख में किया जाएगा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही यह स्पष्ट होगा कि मृत्यु का कारण डूबना था या कोई अन्य परिस्थिति शामिल थी।
सोशल मीडिया पर शोक और सवाल
सोशल मीडिया पर हजारों लोगों ने अजीत के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है। कई यूज़र्स ने विदेशों में पढ़ने वाले भारतीय छात्रों की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठाए हैं।
कई छात्र संगठनों ने केंद्र सरकार से अपील की है कि विदेशों में भारतीय छात्रों के लिए “आपात संपर्क और सहायता प्रणाली” को और मजबूत किया जाए।

